Movie/Album: साँड की आँख (2019)
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: राज शेखर
Performed By: विशाल ददलानी, विशाल मिश्रा, पलक मुछाल
हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
देखेगी ये दुनिया, ये वुमनिया, हाँ
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
देखेगी ये दुनिया, ये वुमनिया, हाँ
जब भी ये निकल जाए
सूरज भी पिघल जाए
आसमाँ को नीचे दे झुका
अपने पे आये अगर
पत्थर तितर बितर
किसी का भी तोड़े ये गुमाँ
धुनकी धुआंधार हो
ज़िद अगर सवार हो
तेरे जैसी ताकत देखो
यहाँ किसी और में कहाँ
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर...
लिख दे नयी कहानी
अब तू तेरी ज़ुबानी
भूल के बातें पुरानी
के कैसे किसी ने
कब था क्या कहा
हो लिख दे नयी कहानी...
रोके गाँव जवारी
पर तेरी ज़िद करारी
टूटी चार दिवारी
तो चल पड़ी है इक नई हवा
सदाबहार है तू
सबसे चमकदार है
तेरी रौशनी में लग रहा है
अब जवाँ जवाँ जहां
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर...
Music By: विशाल मिश्रा
Lyrics By: राज शेखर
Performed By: विशाल ददलानी, विशाल मिश्रा, पलक मुछाल
हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
देखेगी ये दुनिया, ये वुमनिया, हाँ
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुं लोक उजागर
देखेगी ये दुनिया, ये वुमनिया, हाँ
जब भी ये निकल जाए
सूरज भी पिघल जाए
आसमाँ को नीचे दे झुका
अपने पे आये अगर
पत्थर तितर बितर
किसी का भी तोड़े ये गुमाँ
धुनकी धुआंधार हो
ज़िद अगर सवार हो
तेरे जैसी ताकत देखो
यहाँ किसी और में कहाँ
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर...
लिख दे नयी कहानी
अब तू तेरी ज़ुबानी
भूल के बातें पुरानी
के कैसे किसी ने
कब था क्या कहा
हो लिख दे नयी कहानी...
रोके गाँव जवारी
पर तेरी ज़िद करारी
टूटी चार दिवारी
तो चल पड़ी है इक नई हवा
सदाबहार है तू
सबसे चमकदार है
तेरी रौशनी में लग रहा है
अब जवाँ जवाँ जहां
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर...
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