Movie/Album: उजड़ा चमन (2019)
Music By: गौरव-रोशिन
Lyrics By: देवशी खंडूरी
Performed By: दिव्य कुमार
बाजे ढोल जगीरा मेरा चंदा चंदा बोल वे
सर पे ना भार मेरा, उड़े मन डोल वे
हो बाजे ढोल जगीरा...
ना ज़ुल्फ़ों की छैयाँ, खिली है धूप दैया
वे नजरें हो स्लाइड मेरे रूप ते
सब के लबों पे यही बात, देखो जी चाँद निकला
चाहे हो दिन या हो रात, देखो जी चाँद निकला
हो, चमके रे चमके ये चिकनी सड़किया
नाई का खर्चा ना माँगे बावरिया
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला
साझे पतझड़ मन पीहू-पीहू बोल वे
बाल जंजाल छूटे नचूँ दिल खोल के
हे वैरी ये जमाना, ताना मारे हरजाई वे
बंजर ज़मीन ये है मेरी कमाई वे
मचाए धूम सैयाँ, जहाँ भी पहुँच गइयाँ
हो छाया है माचो वाला मूड वे
सबके लबों पे यही बात...
हो दर्पण भी बोले तू मीठा बताशा
बिन बदली के भी तू है तमाशा
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला
कारे-कारे बदरा ना छाए घनघोर वे
मतवारा फिरूँ मैं ता आसमान ओढ़ के
हरियाली निगोड़ी हाए पल्ला सड्डा छड गइयाँ
अरे जो भी होया चंगा
हुण कंघे दी वी लोड नहीं आं
ना जुल्फों की छैयाँ, खिली है धूप दैया
हो मूड बना है ऐसे डूड वे हाए
सबके लबों पे यही बात...
हो सोहणा लगे है रे गंजा ललनवा
अपनी ही धुन में ये खुश है मगनवा
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला...
Music By: गौरव-रोशिन
Lyrics By: देवशी खंडूरी
Performed By: दिव्य कुमार
बाजे ढोल जगीरा मेरा चंदा चंदा बोल वे
सर पे ना भार मेरा, उड़े मन डोल वे
हो बाजे ढोल जगीरा...
ना ज़ुल्फ़ों की छैयाँ, खिली है धूप दैया
वे नजरें हो स्लाइड मेरे रूप ते
सब के लबों पे यही बात, देखो जी चाँद निकला
चाहे हो दिन या हो रात, देखो जी चाँद निकला
हो, चमके रे चमके ये चिकनी सड़किया
नाई का खर्चा ना माँगे बावरिया
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला
साझे पतझड़ मन पीहू-पीहू बोल वे
बाल जंजाल छूटे नचूँ दिल खोल के
हे वैरी ये जमाना, ताना मारे हरजाई वे
बंजर ज़मीन ये है मेरी कमाई वे
मचाए धूम सैयाँ, जहाँ भी पहुँच गइयाँ
हो छाया है माचो वाला मूड वे
सबके लबों पे यही बात...
हो दर्पण भी बोले तू मीठा बताशा
बिन बदली के भी तू है तमाशा
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला
कारे-कारे बदरा ना छाए घनघोर वे
मतवारा फिरूँ मैं ता आसमान ओढ़ के
हरियाली निगोड़ी हाए पल्ला सड्डा छड गइयाँ
अरे जो भी होया चंगा
हुण कंघे दी वी लोड नहीं आं
ना जुल्फों की छैयाँ, खिली है धूप दैया
हो मूड बना है ऐसे डूड वे हाए
सबके लबों पे यही बात...
हो सोहणा लगे है रे गंजा ललनवा
अपनी ही धुन में ये खुश है मगनवा
देखे जो बोले यही बात
देखो जी चाँद निकला...
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